न्यूज फॉर यू (जालंधर) : कोविड-19 के प्रति जागृति उत्पन्न करने के लिए ग्रीन-अर्थ अंतर्राष्ट्रीय एन.जी.ओ., कुरुक्षेत्र (हरियाणा) की ओर से ऑनलाइन विभिन्न प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया, जिसमें डी.एम.एस. के विद्यार्थियों ने बड़े ही उत्साह से भाग लेते हुए रचनात्मकता का परिचय दिया। यह प्रतियोगिता ‘पर्यावरण और प्रकृति’ के प्रति विद्यार्थियों को जागृत करने के लिए की गई थी।इस प्रतियोगिता में देश भर के 350 विद्यार्थियों ने भाग लिया। 19 राज्यों के विद्यार्थियों ने प्रश्नोत्तरी, प्रकृति फोटोग्राफी, स्लोगन लेखन, कविता वाचन एवं पोस्टर निर्माण प्रतियोगिता में भाग लिया। विद्यार्थियों ने सभी प्रतियोगिताओं में भाग लेकर अनेक पुरस्कार प्राप्त किए। इस प्रतियोगिता में कनिष्ठ वर्ग में अविका शर्मा (कक्षा पांचवीं) ने द्वितीय पुरस्कार प्राप्त किया और वासुद महाजन (कक्षा चौथी) ने तृतीय स्थान प्राप्त किया। रवानीजोत कौर ने भी तृतीय पुरस्कार पाया। वरिष्ठ वर्ग में- प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता (कक्षा 10वीं-12वीं) हर्ष चोपड़ा ने प्रथम पुरस्कार और करमन ने तृतीय पुरस्कार प्राप्त किया।
प्राकृतिक फोटोग्राफी प्रतियोगिता के परिणाम कुछ इस प्रकार रहे –
प्रथम पुरस्कार -युग शर्मा (6-9 कक्षा)
प्रथम पुरस्कार-सिमरजीत सिंह (10वी–12वी कक्षा)
द्वितीय पुरस्कार -आस्था रखेजा एवं जागृति (10वी से 12वी कक्षा)
तृतीय पुरस्कार -सोनाक्षी सोनी (1 -5 कक्षा)
तृतीय पुरस्कार-में हुलप्रीत कौर तथा गुरलीन
स्लोगन लेखन के विजेता रहे –
प्रथम -आदित्य मागो, युविका धीर (1 -5 कक्षा)
प्रथम- तनिश वर्मा (6-9 कक्षा)
प्रथम -चाहत शर्मा (10वीं -12वीं कक्षा)
द्वितीय-अदिति महाजन (10वी – 12वी कक्षा)
पोस्टर निर्माण प्रतियोगिता के विजेता रहे –
प्रथम। – दिशा अनेजा (कक्षा 6 – 9)
द्वितीय -जागृति मलिक (कक्षा 1-5)
तृतीय- रिद्धि गुप्ता (कक्षा 10-12)
कविता वाचन प्रतियोगिता के परिणाम इस प्रकार रहे –
प्रथम – वंशिका (कक्षा 6 से 9)
द्वितीय-दिया गुंबर (कक्षा 6 से 9)
इस प्रतियोगिताओं के विजेताओं को ई-प्रमाण पत्र प्रदान किए गए। सभी विजेताओं को स्टाफ सदस्यों ने बधाई दी। इस महान उपलब्धि पर विद्यालय के प्रधानाचार्य डॉ. एस.के. गौतम ने विजेता विद्यार्थियों को बधाई दी और अध्यापकों तथा अभिभावकों को भी बधाई दी। उन्होंने कहा कि कोरोना काल में भी हमारे विद्यार्थियों कि इस रचनात्मकता के लिए वे प्रशंसा के पात्र हैं। ऐसी प्रतियोगिताएं विद्यालय की प्रगति में बड़ा योगदान देते हैं।